सावन आ जा
आ जा सावन आ जा,
दिल का दर्द मिटा जा,
प्रेम की नई गीत सुना जा,
आ जा सावन आ जा,
खुशियां का जल बरसा जा,
आ जा सावन आ जा,
सब्र टूट रहा मोर का,
देख तु उसे और ना तड़पा,
नाचने दे उसे अपनी मस्ती में,
झूमने दे उसे अपने सुखों में,
थोड़ी देर के लिए तु,
ग़म दुनिया का भुला दे,
काले कजरारे मेघों के संग,
तु अटखेलियां करने आ जा,
आ जा सावन आ जा,
प्रेम रस कि कुछ बातें ,
तु हमें सुना जा रहे,
आ जा सावन आ जा
खिलने दे कलियां प्रेम के,
कुछ ऐसा पाठ पढ़ा जा,
लुभ जाएं जिससे प्रेमी का दिल,
ऐसी राग सुना जा,
आ जा सावन आ जा
इम्तहान ना ले तु प्रेमी,
देख कब से वह कर रहा इंतजार,
थक जाएं प्यासी नैना उसकी,
उससे पहले तु उसे,
दिखा जा सुरत उसके प्रेम का,
आ जा सावन आ जा,
देख धरा के साथ सब करें इंतजार तेरा,
अब तो आ जा सावन आ जा