साल बदला है !
हां माना मैंने कि साल बदला है,
यह तो बताओ तुमने क्या बदला है ?
क्या छोड़ दिया तुमने मुसीबतों से भागना ?
क्या छोड़ दिया तुमने सौ बहाने गिनाना ?
क्या छोड़ दिया तुमने डर-डर कर जीना ?
क्या दिया तुमने संघर्ष ना करना ?
अरे ! माना कि गीदड़ ने खाल बदला है,
यह तो बताओ तुमने क्या बदला है ?