सहज है क्या _
सहज है क्या _
एक स्त्री का कवि हो पाना।
मर्यादा के पंख उन्मुक्त गगन के उड़ान पर रोक
लगाते हैं,
कभी शब्दों की नियुक्ति पर।
कभी भावनाओं की अभिव्यक्ति पर।
सहज है क्या _
एक स्त्री का कवि हो पाना।
मर्यादा के पंख उन्मुक्त गगन के उड़ान पर रोक
लगाते हैं,
कभी शब्दों की नियुक्ति पर।
कभी भावनाओं की अभिव्यक्ति पर।