Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Dec 2019 · 1 min read

सवेरा हो जाए

फिर से काश कोई ऐसा सवेरा हो जाए!
जिस में मैं तेरा और तू मेरा हो जाए!

ज़िन्दगी मेरी सिर्फ तेरे लिए हो ख़ास!
तू ही हो मेरी धड़कनों का एक अहसास!
बहकती साँसों पे तेरा ही पहरा हो जाए!
काश फिर से कोई ऐसा सवेरा हो जाए!

भर देती सागर चंद लम्हों में खुशियाँ!
भर देती गागर तेरे बग़ैर मेरी अँखियाँ!
जले शमा बन गर कहीं अँधेरा हो जाए!
फिर से काश कोई ऐसा सवेरा हो जाए!
AnoopS
04 Nov.2019

6 Likes · 200 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अनमोल आँसू
अनमोल आँसू
Awadhesh Singh
गीत।। रूमाल
गीत।। रूमाल
Shiva Awasthi
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
DrLakshman Jha Parimal
धनतेरस जुआ कदापि न खेलें
धनतेरस जुआ कदापि न खेलें
कवि रमेशराज
ये बेकरारी, बेखुदी
ये बेकरारी, बेखुदी
हिमांशु Kulshrestha
"अनुवाद"
Dr. Kishan tandon kranti
अक्सर मां-बाप
अक्सर मां-बाप
Indu Singh
* सुखम् दुखम *
* सुखम् दुखम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
Surya Barman
जिनकी खातिर ठगा और को,
जिनकी खातिर ठगा और को,
डॉ.सीमा अग्रवाल
*बगिया जोखीराम में श्री राम सत्संग भवन का निर्माण : श्री राजेंद्र जायसवाल जी का
*बगिया जोखीराम में श्री राम सत्संग भवन का निर्माण : श्री राजेंद्र जायसवाल जी का
Ravi Prakash
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बर्फ
बर्फ
Santosh kumar Miri
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
मेरे अल्फाज़
मेरे अल्फाज़
Dr fauzia Naseem shad
The magic of your eyes, the downpour of your laughter,
The magic of your eyes, the downpour of your laughter,
Shweta Chanda
नशे में फिजा इस कदर हो गई।
नशे में फिजा इस कदर हो गई।
लक्ष्मी सिंह
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
आर.एस. 'प्रीतम'
चुनाव 2024....
चुनाव 2024....
Sanjay ' शून्य'
मित्रता
मित्रता
Shashi kala vyas
3441🌷 *पूर्णिका* 🌷
3441🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
जिसके पास ज्ञान है,
जिसके पास ज्ञान है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
■ दास्य भाव के शिखर पुरूष गोस्वामी तुलसीदास
■ दास्य भाव के शिखर पुरूष गोस्वामी तुलसीदास
*प्रणय प्रभात*
कुछ बातें बस बाते होती है
कुछ बातें बस बाते होती है
पूर्वार्थ
नारी की स्वतंत्रता
नारी की स्वतंत्रता
SURYA PRAKASH SHARMA
पीछे मुड़कर
पीछे मुड़कर
Davina Amar Thakral
अनकही दोस्ती
अनकही दोस्ती
राजेश बन्छोर
ये पल आएंगे
ये पल आएंगे
Srishty Bansal
फादर्स डे ( Father's Day )
फादर्स डे ( Father's Day )
Atul "Krishn"
खींचो यश की लम्बी रेख।
खींचो यश की लम्बी रेख।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Loading...