“सवाल”
“सवाल”
दर्द के समन्दर में
सदियों से नारी
अपने अरमान डुबोती है,
आज की सीता
चीख-चीख कर पूछ रही
क्या पुरुषों की
लक्ष्मण-रेखा नहीं होती है?
“सवाल”
दर्द के समन्दर में
सदियों से नारी
अपने अरमान डुबोती है,
आज की सीता
चीख-चीख कर पूछ रही
क्या पुरुषों की
लक्ष्मण-रेखा नहीं होती है?