“सरकस”
“सरकस”
मम्मी-पापा के संग एक दिन
गया देखने सरकस,
बन गया यादगार वो ऐसे
कुछ मत पूछो बस।
जीप को खन्दक में कूदते
देख हुआ मैं दंग,
फिर आया एक रिंग मास्टर
शेरू जी के संग।
“सरकस”
मम्मी-पापा के संग एक दिन
गया देखने सरकस,
बन गया यादगार वो ऐसे
कुछ मत पूछो बस।
जीप को खन्दक में कूदते
देख हुआ मैं दंग,
फिर आया एक रिंग मास्टर
शेरू जी के संग।