Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Apr 2024 · 1 min read

“सम्भव”

“सम्भव”
बहुत सम्भव है
प्रेम अधूरा रह गया हो
लेकिन कविता करती
स्वागत उसका
अपनी बाँहें फैलाकर।

3 Likes · 3 Comments · 155 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

*आर्य समाज और थियोसॉफिकल सोसायटी की सहयात्रा*
*आर्य समाज और थियोसॉफिकल सोसायटी की सहयात्रा*
Ravi Prakash
शरारत करती है
शरारत करती है
हिमांशु Kulshrestha
कैसे हमसे प्यार करोगे
कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
राम मंदिर निर्माण सपना साकार
राम मंदिर निर्माण सपना साकार
Sudhir srivastava
मैं नहीं मधु का उपासक
मैं नहीं मधु का उपासक
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
देवदूत
देवदूत
Shashi Mahajan
"शिष्ट लेखनी "
DrLakshman Jha Parimal
प्रीतम  तोड़ी  प्रीतड़ी, कर  परदेसा  वास।
प्रीतम तोड़ी प्रीतड़ी, कर परदेसा वास।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कुछ
कुछ
Rambali Mishra
तूझे भी अब मेरी लत जो लग गई है,
तूझे भी अब मेरी लत जो लग गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नववर्ष का आगाज़
नववर्ष का आगाज़
Vandna Thakur
कौआ और बन्दर
कौआ और बन्दर
SHAMA PARVEEN
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
********* प्रेम मुक्तक *********
********* प्रेम मुक्तक *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
काश जाने वालों के पास भी मोबाइल होता...
काश जाने वालों के पास भी मोबाइल होता...
MEENU SHARMA
मुंबई फिर दहली
मुंबई फिर दहली
C S Santoshi
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
05/05/2024
05/05/2024
Satyaveer vaishnav
🌹💖🌹
🌹💖🌹
Neelofar Khan
मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है
मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है
'अशांत' शेखर
अवसर तलाश करते हैं
अवसर तलाश करते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
***
*** " आधुनिकता के असर.......! " ***
VEDANTA PATEL
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
डी. के. निवातिया
मस्तमौला फ़क़ीर
मस्तमौला फ़क़ीर
Shekhar Chandra Mitra
हिन्दी भारत की शान
हिन्दी भारत की शान
Indu Nandal
छंद का आनंद घनाक्षरी छंद
छंद का आनंद घनाक्षरी छंद
guru saxena
हुनर से गद्दारी
हुनर से गद्दारी
भरत कुमार सोलंकी
" इम्तिहां "
Dr. Kishan tandon kranti
4814.*पूर्णिका*
4814.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्राण प्रतिष्ठा या मूर्खता..??
प्राण प्रतिष्ठा या मूर्खता..??
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...