समावेशी शिक्षा
समावेशी का अर्थ है- किसी भी व्यक्ति या समूह को बाहर नहीं छोड़ना। अर्थात सबको शामिल करना।
समावेशी शिक्षा का अर्थ है कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को भी सामान्य बच्चों के साथ पूरे समय शिक्षित करना।
अन्य अर्थों में, समावेशी शिक्षा सभी पृष्ठभूमि के छात्रों को एक साथ सीखने और बढ़ने का अवसर देती है, जिससे सभी को लाभ हो।
समावेशन के गुण की वजह से आज समावेशी कार्यक्रमों की सब जगह धूम है, क्योंकि यह समानता, स्वतंत्रता, बन्धुत्व और न्याय के सिद्धान्तों के सर्वथा अनुकूल है।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
भारत गौरव सम्मान प्राप्त
हरफनमौला साहित्य लेखक।