Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2024 · 1 min read

दोस्ती

हर किसी को अपना बनाकर देखिये।
मुश्किलों में मुस्कुरा कर तो देखिये।
खुदा से जब भी दुआ मांगों तो सच्चे दिल से मांगना।
हाथ अपने दुआओं के लिए उठाकर तो देखिये।
नाम है इसका दुनिया जो बहुत धोखेबाज़ है ।
कभी किसी को अपना दिल दिखाकर तो देखिये।
मिल जाएंगी मंजिल तुझको भी ऐ मेरे दोस्त।
क़दमों को अपने ज़रा आगे बढ़ाकर देखिये।
धोखा अगर देता है कोई दोस्त आपका आपको।
तो एक बार, फूल, से हाथ मिलबाकर तो देखिये।।
Phool gufran

Language: Hindi
1 Like · 15 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3061.*पूर्णिका*
3061.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मात -पिता पुत्र -पुत्री
मात -पिता पुत्र -पुत्री
DrLakshman Jha Parimal
नफ़रतों की बर्फ़ दिल में अब पिघलनी चाहिए।
नफ़रतों की बर्फ़ दिल में अब पिघलनी चाहिए।
सत्य कुमार प्रेमी
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मैं रचनाकार नहीं हूं
मैं रचनाकार नहीं हूं
Manjhii Masti
स्मृतिशेष मुकेश मानस : टैलेंटेड मगर अंडररेटेड दलित लेखक / MUSAFIR BAITHA 
स्मृतिशेष मुकेश मानस : टैलेंटेड मगर अंडररेटेड दलित लेखक / MUSAFIR BAITHA 
Dr MusafiR BaithA
छह ऋतु, बारह मास हैं, ग्रीष्म-शरद-बरसात
छह ऋतु, बारह मास हैं, ग्रीष्म-शरद-बरसात
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"आदि नाम"
Dr. Kishan tandon kranti
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
VINOD CHAUHAN
*बिरहा की रात*
*बिरहा की रात*
Pushpraj Anant
शिव अराधना
शिव अराधना
नवीन जोशी 'नवल'
जरूरी बहुत
जरूरी बहुत
surenderpal vaidya
--बेजुबान का दर्द --
--बेजुबान का दर्द --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हँसी
हँसी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
Shreedhar
राजनीति
राजनीति
Bodhisatva kastooriya
🚩 वैराग्य
🚩 वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
औरत औकात
औरत औकात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रभु का प्राकट्य
प्रभु का प्राकट्य
Anamika Tiwari 'annpurna '
"अगर आप किसी का
*Author प्रणय प्रभात*
*खाओ जामुन खुश रहो ,कुदरत का वरदान* (कुंडलिया)
*खाओ जामुन खुश रहो ,कुदरत का वरदान* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
चार दिन गायब होकर देख लीजिए,
चार दिन गायब होकर देख लीजिए,
पूर्वार्थ
मौत
मौत
नन्दलाल सुथार "राही"
कैसे बचेगी मानवता
कैसे बचेगी मानवता
Dr. Man Mohan Krishna
प्रिय विरह - २
प्रिय विरह - २
लक्ष्मी सिंह
जब तू रूठ जाता है
जब तू रूठ जाता है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मोहे हिंदी भाये
मोहे हिंदी भाये
Satish Srijan
माता- पिता
माता- पिता
Dr Archana Gupta
*पछतावा*
*पछतावा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...