*समय यात्रा (लघुविज्ञानकथा)*
समय यात्रा (लघुविज्ञानकथा)
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कॉलोनी में करीब अस्सी घर थे । तीन सौ – चार सौ की आबादी थी । एकाएक सबको लगा मानो वह गहरी नींद से जागे हों। सोचने लगे ,अरे यह क्या हुआ ! ध्यान आया कि लॉकडाउन चल रहा है । घर से बाहर नहीं निकलना है । सबने खिड़की से झाँका । देखा गाड़ियाँ दौड़ रही हैं । लोगों की भीड़ सड़कों पर चल रही हैं । सब आश्चर्यचकित रह गए । टीवी खोला तो लिखकर जनवरी 2021 आ रहा था । किसी की समझ में कुछ नहीं आया । सब अपने-अपने घरों से बाहर कॉलोनी के पार्क में इकट्ठा होने लगे ।
तभी विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. अग्रवाल मुस्कुराते हुए आए और बोले “कैसा अनुभव हो रहा है ?”
सब समझ गए कि यह वैज्ञानिक महोदय की ही कोई माया है ।डॉ. अग्रवाल ने बताया “मैं अपने शोध के आधार पर आप सबको लंबी समय – यात्रा पर ले गया था और अब जब देश से कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी तरह मिट चुका है, मैं आपको पुनः आपकी कॉलोनी में वापस ले आया।”
सब ने आश्चर्य से पूछा “यह कैसे संभव है ?”
डॉ अग्रवाल ने कहा “विज्ञान सम्मत समय यात्रा से सब कुछ संभव है। बस इस बात का अफसोस है कि अभी समय- यात्रा का दायरा मैं बढ़ा नहीं सकता था। केवल अपनी कॉलोनी की ही सेवा कर सका।” आँखों में आँसू लिए हुए डॉ अग्रवाल ने कहा “कोशिश करूँगा कि आगे जब भी कोई महामारी आए तो मैं सारा देश ही नहीं बल्कि सारी दुनिया को अपनी वैज्ञानिक शक्ति से समय यात्रा पर ले जा सकूँ।”
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लेखक : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997615451