समय की पहचान ….
मैं समय हूँ , मेरी पहचान करो,
मेरा नमन करो,मेरा सम्मान करो,
मै किसी एक का नहीं होता
बदल जाने के लिये बदनाम हूँ,
वफादार के लिये वफादार हूँ,
गद्दार के लिये गद्दार हूँ,
हां मैं समय हूँ बडा बलवान हूँ,
मैं समय हूँ मेरा नमन करो…….
मैं वफा और बेवफा भी हूँ,
मेरे साथ चलो जीवन का आधार हूँ,
मेरा उपयोग करो या दुरुपयोग करो,
मैं हर कहानी का किरदार हूँ,
बिगाड़ने वाले का बिगाड हूँ,
सुधारने वाले का सुधरा हूँ
हां मैं समय हूँ,मै भगवान हूँ,
मैं समय हूँ मेरा नमन करो………
कभी सुबह कभी संध्या हूँ,
कभी हंसी तो, कभी गम का मेला हूँ,
कभी मिलता तो कभी बिछडता बंदा हूँ,
कभी बरसता सावन तो कभी दुखी परिंदा हूँ,
हां मैं समय हूँ,बडा धनवान हूँ,
मैं समय हूँ मेरा नमन करो ……….
मेरी जिसको पहचान है,
बस व्यक्ति वही महान है,
जीवन सुखमय उसी का है,
जिसके हाथ मेरी कमान है,
हां मैं समय हूँ,शक्तिमान हूँ,
मैं समय हूँ मेरा नमन करो…….
मैं आज हूँ , मैं कल हूँ ,
मेरा स्वभाव बहता पानी है,
मेरा जीवन मेरी कहानी है,
मैं रुकता नहीं मेरी यही निशानी है,
हां मैं समय हूँ,मैं स्वाभिमान हूँ,
मैं समय हूँ मेरा नमन करो………
अजीत ~
कानपुरिया