काव्य की आत्मा और अलंकार +रमेशराज
ग्लोबल वार्मिंग :चिंता का विषय
💐प्रेम कौतुक-316💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नेता का अभिनय बड़ा, यह नौटंकीबाज(कुंडलिया )
Almost everyone regard this world as a battlefield and this
गाछ (लोकमैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
दूसरों को खरी-खोटी सुनाने
*Khus khvab hai ye jindagi khus gam ki dava hai ye jindagi h
तेरी मुस्कराहटों का राज क्या है
की हरी नाम में सब कुछ समाया ,ओ बंदे तो बाहर क्या देखने गया,
अपने साथ चलें तो जिंदगी रंगीन लगती है
जब फ़ज़ाओं में कोई ग़म घोलता है
बुझलहूँ आहाँ महान छी मुदा, रंगमंच पर फेसबुक मित्र छी!
आगोश में रह कर भी पराया रहा