के जब तक दिल जवां होता नहीं है।
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
मकर संक्रांति पर्व
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
■ सोच कर तो देखो ज़रा...।।😊😊
कितना सकून है इन , इंसानों की कब्र पर आकर
"दुखती रग.." हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
💐अज्ञात के प्रति-108💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते हैं, पर उनकी बातों में विश
-- कटते पेड़ --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
तुम जिसे खुद से दूर करने की कोशिश करोगे उसे सृष्टि तुमसे मिल
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़।
23/70.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा