“समय की ज्यामिति”
रोजमर्रा के कामकाज
जीविकोपार्जन के लिए आय अर्जन
सिर्फ औसत लोगों का है काम,
कुछ खास करने के लिए मत बनिए
मूड और प्रेरणा के गुलाम।
मशहूर और ख्यातनाम लोगों में होती है
फ्रेंच काफ्का की गणनाएँ,
जो सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक
लॉ-फर्म में काम करते
फिर घर आकर लेखन- कर्म करते
इस तरह दी उसने
संसार को अपनी महान रचनाएँ।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्यकार/प्रशासनिक अधिकारी