Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2021 · 1 min read

सफाई (बाल कविता)

सफाई (बाल कविता)
■■■■■■■■■■■■
जग्गू दादा चले सड़क पर
मूँगफली को खाते ,
चले जा रहे दाने खा कर
छिलकों को बिखराते

बोला कोई तभी
“गंदगी किसने है फैलाई ?”,
जग्गू दादा बोले डरकर
“सॉरी – सॉरी भाई ”

झटपट हाथों से बटोर कर
छिलके सभी उठाए,
जग्गू दादा हाँफ-हाँफ कर
भागे घर को आए
■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451

329 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

- तस्वीर और तकलीफ में साथ अपनो में फर्क -
- तस्वीर और तकलीफ में साथ अपनो में फर्क -
bharat gehlot
*रात से दोस्ती* ( 9 of 25)
*रात से दोस्ती* ( 9 of 25)
Kshma Urmila
मैं प्रभु का अतीव आभारी
मैं प्रभु का अतीव आभारी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
3829.💐 *पूर्णिका* 💐
3829.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
"विश्वास की शक्ति" (The Power of Belief):
Dhananjay Kumar
व़ुजूद
व़ुजूद
Shyam Sundar Subramanian
..........अकेला ही.......
..........अकेला ही.......
Naushaba Suriya
संघर्षशीलता की दरकार है।
संघर्षशीलता की दरकार है।
Manisha Manjari
"कुछ भी नहीं हूँ मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
संविधान
संविधान
लक्ष्मी सिंह
*लगता है अक्सर फँसे ,दुनिया में बेकार (कुंडलिया)*
*लगता है अक्सर फँसे ,दुनिया में बेकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
लिखें हैं नगमें जो मैंने
लिखें हैं नगमें जो मैंने
gurudeenverma198
जिंदगी में मस्त रहना होगा
जिंदगी में मस्त रहना होगा
Neeraj Agarwal
■ आज का क़तआ (मुक्तक) 😘😘
■ आज का क़तआ (मुक्तक) 😘😘
*प्रणय*
कौन रिश्ता कैसा रिश्ता
कौन रिश्ता कैसा रिश्ता
Sudhir srivastava
प्रीतम के दोहे
प्रीतम के दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
Jeewan
Jeewan
Gunjan Sharma
कमजोर नहीं हूं मैं।
कमजोर नहीं हूं मैं।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता
लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
क्या यही तुम्हारा प्यार प्रिये
क्या यही तुम्हारा प्यार प्रिये
Saraswati Bajpai
लखनऊ शहर
लखनऊ शहर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
माना सब कुछ
माना सब कुछ
पूर्वार्थ
दिसम्बर की ठंड़
दिसम्बर की ठंड़
Girija Arora
मेरा दुश्मन मेरा मन
मेरा दुश्मन मेरा मन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हे! मां शारदे आपका क्या कहना।
हे! मां शारदे आपका क्या कहना।
Rj Anand Prajapati
दो किनारे हैं दरिया के
दो किनारे हैं दरिया के
VINOD CHAUHAN
Dil toot jaayein chalega
Dil toot jaayein chalega
Prathmesh Yelne
*दृष्टिकोण*
*दृष्टिकोण*
Pallavi Mishra
भारत रत्न
भारत रत्न
Khajan Singh Nain
Loading...