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6 Apr 2020 · 1 min read

हमसफ़र

रास्ते भले ही हो जुदा जुदा से,
मंजिल तो एक है।।
कभी हस्ते हुए, तो कभी मुर्झाए से चेहरे लिए,
तय करना है ये हमें, जो यह सफर है।
कभी कांटो से भरा, तो कभी फूलों से सजा,
एक अनजान राह पर, हमें है ले चला,
कहते है जिसे, सब सफ़र ए फल सफां।।

Language: Hindi
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