सफर यह आसान नहीं मोहब्बत का
दिल का रिश्ता है
रूह का रिश्ता है
नजरें ढूंढती रहती हैं
हरदम ही उस साहिल को
जिसकी सागर की लहरों से
जुड़ा मेरा जन्म जन्मांतर का
रिश्ता है
प्यार की किश्ती डूब गई
मैं फिर भी उसके अवशेषों को
खोजती हूं
मैं बिना पानी में उतरे
भीग गई
फिर भी मैं उस
आसमान में खो गये
बादल को
तलाशती हूं
सफर यह आसान नहीं
मोहब्बत का
दर्द का एक दरिया है
मैं मुस्कुराते हुए पर
साहिल से टकराती
हर लहर की जुल्फ
संवारती हूं।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001