सप्तपदी
आश्विन और श्रुति मिलेंगे,
वंश और परिवार बढ़ेंगे।
सप्तपदी में पग साथ चलेंगे,
सुहृद जन इसके साक्ष्य बनेंगे।
उन्मीलित नयनों में सपने पलेंगे,
स्नेह सिक्त हो कामनाएं वारेंगे।
जन्म जन्मांतर के संबंध बनेंगे,
अप्रतिम पल मूर्त हो उठेंगे।
आश्विन और श्रुति मिलेंगे,
वंश और परिवार बढ़ेंगे।
सप्तपदी में पग साथ चलेंगे,
सुहृद जन इसके साक्ष्य बनेंगे।
उन्मीलित नयनों में सपने पलेंगे,
स्नेह सिक्त हो कामनाएं वारेंगे।
जन्म जन्मांतर के संबंध बनेंगे,
अप्रतिम पल मूर्त हो उठेंगे।