Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2021 · 1 min read

सपने

सपने
अधूरे सपने बोझ बनकर मेरे काँधों पर बैठे हैं
ये वो सपने हैं जो मंज़िल तक न पहुँच सके
या यूँ कहूँ कि मैं उन्हें पूरा न कर सका।
एक सूखे बादल की तरह मैं इन्हें दे पाया
तो महज़ एक झूठी बरसात की उम्मीद।
छोटे बच्चे को जिस तरह से बहलाया जाता है
मैं भी इन्हें उसी तरह बहलाता फुसलाता हूँ।
हर रोज़ इनसे एक नया चुनावी वादा करता हूँ।
और बार की तरह भूल जाता हूँ।
में इन्हें एक बाप की तरह भी समझाता हूँ
बताता हूँ कि हक़ीक़त पत्थरों की बारिश है
और तुम सब एक महीन काँच की छतरी।
पर कहाँ मानते हैं ये ज़िद्दी बदमाश
ये ज़ोर ज़ोर से मेरे ज़ेहन में चीख़ते रहते हैं
ये मज़दूर यूनियन की तरह चिल्लाते हैं
‘हमारी माँगें पूरी करो, हमारी माँगें पूरी करो
इंकलाब ज़िंदाबाद, इंकलाब ज़िंदाबाद।’
पर सच कहूँ तो कभी कभी डर लगता है
डर लगता है की कहीं एक रोज़
ज़रूरतों के वज़न तले दबकर ये मासूम
बिना अपनी मंज़िल तक पहुँचे ही
ये सपनें किसी कर्ज़दार किसान की तरह
ख़ुदकुशी न कर ले।

-Johnny Ahmed ‘क़ैस’

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 515 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धूल से ही उत्सव हैं,
धूल से ही उत्सव हैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
कृष्णकांत गुर्जर
आज का मुक्तक
आज का मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
"चांदनी के प्रेम में"
Dr. Kishan tandon kranti
महापुरुषों की मूर्तियां बनाना व पुजना उतना जरुरी नहीं है,
महापुरुषों की मूर्तियां बनाना व पुजना उतना जरुरी नहीं है,
शेखर सिंह
अल्फाज़
अल्फाज़
Shweta Soni
पर्यावरण सम्बन्धी स्लोगन
पर्यावरण सम्बन्धी स्लोगन
Kumud Srivastava
A Beautiful Mind
A Beautiful Mind
Dhriti Mishra
बना चाँद का उड़न खटोला
बना चाँद का उड़न खटोला
Vedha Singh
फितरत................एक आदत
फितरत................एक आदत
Neeraj Agarwal
*हिम्मत जिंदगी की*
*हिम्मत जिंदगी की*
Naushaba Suriya
यूनिवर्सल सिविल कोड
यूनिवर्सल सिविल कोड
Dr. Harvinder Singh Bakshi
*उर्मिला (कुंडलिया)*
*उर्मिला (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
Dr fauzia Naseem shad
साधु की दो बातें
साधु की दो बातें
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वृक्षों की सेवा करो, मिलता पुन्य महान।
वृक्षों की सेवा करो, मिलता पुन्य महान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई,
रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई,
डी. के. निवातिया
💜💠💠💠💜💠💠💠💜
💜💠💠💠💜💠💠💠💜
Manoj Kushwaha PS
तुम्हारी आँखें कमाल आँखें
तुम्हारी आँखें कमाल आँखें
Anis Shah
धरा और इसमें हरियाली
धरा और इसमें हरियाली
Buddha Prakash
झोली फैलाए शामों सहर
झोली फैलाए शामों सहर
नूरफातिमा खातून नूरी
पलकों ने बहुत समझाया पर ये आंख नहीं मानी।
पलकों ने बहुत समझाया पर ये आंख नहीं मानी।
Rj Anand Prajapati
संवरना हमें भी आता है मगर,
संवरना हमें भी आता है मगर,
ओसमणी साहू 'ओश'
"फेसबूक के मूक दोस्त"
DrLakshman Jha Parimal
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
3353.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3353.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रुक्मिणी संदेश
रुक्मिणी संदेश
Rekha Drolia
संवेदना की आस
संवेदना की आस
Ritu Asooja
Loading...