Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Oct 2023 · 1 min read

*हिम्मत जिंदगी की*

हिम्मत जिंदगी की

ऐ 2020-
तूने हमे बहोत है सताया,
दुनिया मे कोरोना फैलाया,
हर खुशियों और त्योहारों पर सिर्फ, फासलों का सिलसिला तूने बनाया।

ऐ 2020 हे शिकायते तुझसे ढेर सारी, मगर तेरे आने से हमने अपनों का साथ पाया ,
तूने ही इंसानियत सिखाई,
क्या होती है देशभक्ती?
यह बताई,

माना तूने हम सबको कैदी बनाया,.
24 घंटे घर मे बसाया,
मगर,
तूने ही रिश्तों के धागों मे प्यार बढ़ाया,
अपनों का महत्त्व समझाया
इंसान को सही रास्ते पे लाया,
पहली बार इंसान ने सेहत के लिए पैसा छोडा .
जो घमंड था अमिरिका का वह भी तोड़ा..

ऐ 2020 तूने, किसान, मकान की अहमियत समझायी.
डॉक्टर और पोलिस के बलिदानों को कीमत दिलवायी,
मुझे और मेरे परिवार को जिंदगी का नया सबक सिखाया ,
रास्ते मे मुश्किलों का शिखर पार कराया ..

जिंदगी से लढने का नया तर्जुबा पाया |
ऐ 2020 तूने इतिहास रचाया ,
हर इंसान को मुश्किलों का सामना करना बताया,
हमे हमारी गलतियों का अहसास दिलवाया ,

जीवन में लड़ना हर हाल में खुश रहना सिखाया।
यादों का खजाना तेरो साथ खोला हमने.
वादों का समंदर तेरे साथ पूरा किया हमने ||

ये 2020 सच कहूं तो,
शुक्रिया जिंदगी मे नया मोड’ लाने केलीये,
हर वक्त को अहमियत दो यह समझाने के लिये ||**“`~
नौशाबा जिलानी सुरिया

2 Likes · 217 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बरखा
बरखा
Dr. Seema Varma
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
कवि दीपक बवेजा
जय श्री राम
जय श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
* साथ जब बढ़ना हमें है *
* साथ जब बढ़ना हमें है *
surenderpal vaidya
हालात ए वक्त से
हालात ए वक्त से
Dr fauzia Naseem shad
प्यासा पानी जानता,.
प्यासा पानी जानता,.
Vijay kumar Pandey
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
$úDhÁ MãÚ₹Yá
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
भूमि भव्य यह भारत है!
भूमि भव्य यह भारत है!
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
आज वक्त हूं खराब
आज वक्त हूं खराब
साहित्य गौरव
डॉ अरुण कुमार शास्त्री /एक अबोध बालक
डॉ अरुण कुमार शास्त्री /एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
गुरूता बने महान ......!
गुरूता बने महान ......!
हरवंश हृदय
"सिलसिला"
Dr. Kishan tandon kranti
शोख- चंचल-सी हवा
शोख- चंचल-सी हवा
लक्ष्मी सिंह
राम वन गमन हो गया
राम वन गमन हो गया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तितली
तितली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम सत्य हो
तुम सत्य हो
Dr.Pratibha Prakash
बोलो_क्या_तुम_बोल_रहे_हो?
बोलो_क्या_तुम_बोल_रहे_हो?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
साल को बीतता देखना।
साल को बीतता देखना।
Brijpal Singh
मानवता है धर्म सत,रखें सभी हम ध्यान।
मानवता है धर्म सत,रखें सभी हम ध्यान।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
आप किसी के बनाए
आप किसी के बनाए
*Author प्रणय प्रभात*
"चाहत " ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मेरी सोच मेरे तू l
मेरी सोच मेरे तू l
सेजल गोस्वामी
विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस
विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस
Ravi Prakash
सुबह की नमस्ते
सुबह की नमस्ते
Neeraj Agarwal
Loading...