सनम
मेरे दिल की एक मासूम तमन्ना हो तुम,
मेरे ख्वाबों में उभरता हुआ अक्स हो तुम।
तुम मेरे न हुए तो कोई शिकवा ही नहीं,
मैं तो जन्मों से तुम्हारा था, तुम्हारा हूँ सनम।
-अशोक
मेरे दिल की एक मासूम तमन्ना हो तुम,
मेरे ख्वाबों में उभरता हुआ अक्स हो तुम।
तुम मेरे न हुए तो कोई शिकवा ही नहीं,
मैं तो जन्मों से तुम्हारा था, तुम्हारा हूँ सनम।
-अशोक