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5 Jan 2021 · 1 min read

सदा बात यूँ बोलिये सर

तराज़ू ले के, तोलिये सर
सदा बात यूँ, बोलिये सर

ग़लत शब्द कोई चुभे ना
गला तब ही, ये खोलिये सर

जहाँ दिल दुखाया किसी का
वहीं काँटे भी, बो लिये सर

फ़क़ीरों का घरबार क्या है
गए जिसके दर, सो लिये सर

जहाँ सदके में सिर झुकाया
वहाँ प्रीत में, खो लिये सर
•••

1 Comment · 264 Views
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