स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
■ "हेल" में जाएं या "वेल" में। उनकी मर्ज़ी।।
*सुबह हुई तो सबसे पहले, पढ़ते हम अखबार हैं (हिंदी गजल)*
इस हसीन चेहरे को पर्दे में छुपाके रखा करो ।
वर्षा जीवन-दायिनी, तप्त धरा की आस।
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
डॉ. नामवर सिंह की दृष्टि में कौन-सी कविताएँ गम्भीर और ओजस हैं??
Unki julfo ki ghata bhi shadid takat rakhti h
कुछ लड़कों का दिल, सच में टूट जाता हैं!
💐कुछ तराने नए सुनाना कभी💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,