सत्य सत्य की खोज
सत्य सत्य की खोज में
सदा मिलन मोह में
सत्य सनातन आत्मा
परमात्मा खोजती।
फंसी यहाँ संसार में
लोभ मोह के जाल में
निज स्वार्थ समर्पण
दिन रात सोचती।
माया रूपी बंधन में
फँसी ज्यों समुद्र में
कोशिश है बार बार
लक्ष्य पाना चाहती।
ईश नाम पुकार में
सदगुरू की नाव में
हो जाती सवार तब
सत्य पहचानती।
राजेश कौरव सुमित्र