Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2024 · 1 min read

यदि आप किसी काम को वक्त देंगे तो वह काम एक दिन आपका वक्त नही

यदि आप किसी काम को वक्त देंगे तो वह काम एक दिन आपका वक्त नहीं बल्कि दौर लाएगा
Rj Anand Prajapati

1 Like · 52 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राममय दोहे
राममय दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है।
रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है।
surenderpal vaidya
Tera wajud mujhme jinda hai,
Tera wajud mujhme jinda hai,
Sakshi Tripathi
बेटा
बेटा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पंचम के संगीत पर,
पंचम के संगीत पर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कोरोना और मां की ममता (व्यंग्य)
कोरोना और मां की ममता (व्यंग्य)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Life is a rain
Life is a rain
Ankita Patel
बहकी बहकी बातें करना
बहकी बहकी बातें करना
Surinder blackpen
*उलझनें हर रोज आएँगी डराने के लिए【 मुक्तक】*
*उलझनें हर रोज आएँगी डराने के लिए【 मुक्तक】*
Ravi Prakash
मन मुकुर
मन मुकुर
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
शर्म करो
शर्म करो
Sanjay ' शून्य'
मुझे मेरी फितरत को बदलना है
मुझे मेरी फितरत को बदलना है
Basant Bhagawan Roy
सब्र रख
सब्र रख
VINOD CHAUHAN
मुझे बेपनाह मुहब्बत है
मुझे बेपनाह मुहब्बत है
*Author प्रणय प्रभात*
तेरी दुनिया में
तेरी दुनिया में
Dr fauzia Naseem shad
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
" नेतृत्व के लिए उम्र बड़ी नहीं, बल्कि सोच बड़ी होनी चाहिए"
नेताम आर सी
हिन्दी की दशा
हिन्दी की दशा
श्याम लाल धानिया
दर्द की मानसिकता
दर्द की मानसिकता
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
gurudeenverma198
काफी ढूंढ रही थी में खुशियों को,
काफी ढूंढ रही थी में खुशियों को,
Kanchan Alok Malu
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
Rajendra Kushwaha
दरमियाँ
दरमियाँ
Dr. Rajeev Jain
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
Manisha Manjari
काश तु मेरे साथ खड़ा होता
काश तु मेरे साथ खड़ा होता
Gouri tiwari
राख देख  शमशान  में, मनवा  करे सवाल।
राख देख शमशान में, मनवा करे सवाल।
दुष्यन्त 'बाबा'
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
बालगीत :- चाँद के चर्चे
बालगीत :- चाँद के चर्चे
Kanchan Khanna
"वो पूछता है"
Dr. Kishan tandon kranti
आँखों-आँखों में हुये, सब गुनाह मंजूर।
आँखों-आँखों में हुये, सब गुनाह मंजूर।
Suryakant Dwivedi
Loading...