Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2024 · 1 min read

सत्य एक श्री राम

क्यों होता हैरान मानव
खोज रहा क्यों सत्य तू
तुझ में मुझ में हर प्राणी में
पहचान ले अब सत्य तू
दूर नहीं है सत्य तुझसे
सत्य बसा है पास तेरे
भ्रमित होकर खोज रहा
ज्यों पास नहीं तेरे मेरे
सत्य है जनम सत्य ही मरना
सत्य ही दाता सत्य विधाता
सत्य प्रेम है सत्य घृणा है
सत्य राम से सबका नाता
सत्य है ईश्वर सत्य सनातन
सत्य है पूजा सत्य संकीर्तन
सत्य है जीव सत्य अविनाशी
सत्य संकल्प से चलता जीवन
सत्य खोज मत करना बाहर
सत्य बसा है हृदय तुम्हारे
सत्य धर्म है सत्य कर्म है
जीवन मृत्यु दो नदी किनारे
सत्य प्रवाह की बहती धारा
जिन्दगी चलती सत्य सहारे
अंतर मन में खोज करे हम
सत्य एक श्री राम हैं प्यारे।

राजेश कौरव सुमित्र

2 Likes · 154 Views
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all

You may also like these posts

" नाज "
Dr. Kishan tandon kranti
मैं विपदा----
मैं विपदा----
उमा झा
शहर में बिखरी है सनसनी सी ,
शहर में बिखरी है सनसनी सी ,
Manju sagar
दूसरों की राहों पर चलकर आप
दूसरों की राहों पर चलकर आप
Anil Mishra Prahari
अवतार
अवतार
Shweta Soni
भूल जाना मुझे....
भूल जाना मुझे....
Jyoti Roshni
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
..
..
*प्रणय*
माँ की लाडो
माँ की लाडो
PRATIK JANGID
जीवन है मेरा
जीवन है मेरा
Dr fauzia Naseem shad
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
Keshav kishor Kumar
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
छवि के लिए जन्मदिन की कविता
छवि के लिए जन्मदिन की कविता
पूर्वार्थ
इत्तिहाद
इत्तिहाद
Shyam Sundar Subramanian
निरोगी काया
निरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मात्र एक पल
मात्र एक पल
Ajay Mishra
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
Atul "Krishn"
ऐसे हैं हमारे राम
ऐसे हैं हमारे राम
Shekhar Chandra Mitra
अपनी सत्तर बरस की मां को देखकर,
अपनी सत्तर बरस की मां को देखकर,
Rituraj shivem verma
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
विषय-कृषक मजदूर होते जा रहे हैं।
विषय-कृषक मजदूर होते जा रहे हैं।
Priya princess panwar
दिखने वाली चीजें
दिखने वाली चीजें
Ragini Kumari
एक बार नहीं, हर बार मैं
एक बार नहीं, हर बार मैं
gurudeenverma198
दोहे
दोहे
seema sharma
प्रेम एकता भाईचारा, अपने लक्ष्य महान हैँ (मुक्तक)
प्रेम एकता भाईचारा, अपने लक्ष्य महान हैँ (मुक्तक)
Ravi Prakash
हम जंग में कुछ ऐसा उतरे
हम जंग में कुछ ऐसा उतरे
Ankita Patel
हे आदिशक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो।।
हे आदिशक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो।।
Abhishek Soni
If We Are Out Of Any Connecting Language.
If We Are Out Of Any Connecting Language.
Manisha Manjari
#गुरु ही साक्षात ईश्वर (गुरु पूर्णिमा पर्व की अनंत हार्दिक श
#गुरु ही साक्षात ईश्वर (गुरु पूर्णिमा पर्व की अनंत हार्दिक श
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*पिता*...
*पिता*...
Harminder Kaur
Loading...