Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Mar 2020 · 1 min read

सत्ता के लालच

सत्ता के लालच
~~~~~~~~~
सत्ता के लालच म,
देख कइसे हहाकार मचगे।
खरीद फरोद करके,
सफ्फा नीचे गिरगे।

ये ह का बिकास कराही,
नेता तो कुरसी म जमगे।
पाँच बछर ल बईठके खाही,
एकर गोड़ हाथ ह लमगे।

ये सिधवा मन ल नेता जी,
कब तक तैहर ठगबे।
जोन दिन अपन हक ल जानही,
ओ दिन तैहर हाथ ल मलबे।
~~~~~~~~~~~~
डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभावना (छत्तीसगढ़)
मो. 8120587822

Language: Hindi
2 Likes · 209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रमेशराज की गीतिका छंद में ग़ज़लें
रमेशराज की गीतिका छंद में ग़ज़लें
कवि रमेशराज
मेंरे प्रभु राम आये हैं, मेंरे श्री राम आये हैं।
मेंरे प्रभु राम आये हैं, मेंरे श्री राम आये हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
3390⚘ *पूर्णिका* ⚘
3390⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"स्मार्ट विलेज"
Dr. Kishan tandon kranti
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
Sukoon
मुस्कुराना जरूरी है
मुस्कुराना जरूरी है
Mamta Rani
तुम्हे नया सा अगर कुछ मिल जाए
तुम्हे नया सा अगर कुछ मिल जाए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नशा
नशा
Ram Krishan Rastogi
चित्रगुप्त सत देव को,करिए सभी प्रणाम।
चित्रगुप्त सत देव को,करिए सभी प्रणाम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
रक्षा है उस मूल्य की,
रक्षा है उस मूल्य की,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
میرے اس دل میں ۔
میرے اس دل میں ۔
Dr fauzia Naseem shad
बे-फ़िक्र ज़िंदगानी
बे-फ़िक्र ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
VINOD CHAUHAN
💐प्रेम कौतुक-478💐
💐प्रेम कौतुक-478💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कहानी-
कहानी- "हाजरा का बुर्क़ा ढीला है"
Dr Tabassum Jahan
* सिला प्यार का *
* सिला प्यार का *
surenderpal vaidya
क्या मिला है मुझको, अहम जो मैंने किया
क्या मिला है मुझको, अहम जो मैंने किया
gurudeenverma198
#कड़े_क़दम
#कड़े_क़दम
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मैं भी कवि
मैं भी कवि
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जो होता है आज ही होता है
जो होता है आज ही होता है
लक्ष्मी सिंह
*नई पावन पवन लेकर, सुहाना चैत आया है (मुक्तक)*
*नई पावन पवन लेकर, सुहाना चैत आया है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
Chunnu Lal Gupta
"हृदय में कुछ ऐसे अप्रकाशित गम भी रखिए वक़्त-बेवक्त जिन्हें आ
दुष्यन्त 'बाबा'
शासन अपनी दुर्बलताएँ सदा छिपाता।
शासन अपनी दुर्बलताएँ सदा छिपाता।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मेहनती मोहन
मेहनती मोहन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Life through the window during lockdown
Life through the window during lockdown
ASHISH KUMAR SINGH
पापा की गुड़िया
पापा की गुड़िया
Dr Parveen Thakur
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
Dushyant Kumar
राष्ट्रीय किसान दिवस
राष्ट्रीय किसान दिवस
Akash Yadav
Loading...