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28 Jan 2024 · 1 min read

मुस्कुराना जरूरी है

मेरे इस दिल में तेरा बस जाना जरूरी है
एहसासों से दिल को मुस्कुराना जरूरी है

ना जाने कितने बरसों से पतझड़ पड़ा है
इस दिल को फिर से ,संवारना जरूरी है

श्वासों में तेरी खुश्बू, महक में बसा तू है
धड़कन में मिरे दिल को, बसाना जरूरी है

कौन निभाता तअल्लुक़ जिंदगी सारी
पर तुझे इस जिंदगी में लाना जरूरी है

सलीका नहीं दिल को बगैर तेरे जीने का
तुम हो तो तेरा, नजर आना जरूरी है

ममता रानी
झारखंड

Tag: Poem
1 Like · 74 Views
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