सतयुग में राक्षक होते ते दूसरे लोक में होते थे और उनका नाम ब
सतयुग में राक्षक होते ते दूसरे लोक में होते थे और उनका नाम बड़ा होता था(हिरण्यकाश्प)
त्रेतायुग में दूसरे देश में हुए और इनका नाम और छोटा हो गया(रावण)
द्वापर में ये अपने घर में हुए और इनका नाम और छोटा होगा(कंस )
कलयुग में ये अपने अंदर होंगे और इनका नाम होगा (मै आपका मन और व्यवहार)