सच में घटित
मुंह से कभी
कुछ गलत
जाने अंजाने
मजाक में
मत कहो
वह झट से
कई बार
सच में घटित हो जाता है
कहती थी ना मुझसे
बार बार
मैं किसी दिन एक चिड़िया की तरह
फुर्र से आसमान में उड़ जाऊंगी और
तू अकेली रह जायेगी तो फिर
देख लो
यह बात सच हो गई
तुम चली गई ना
मुझे छोड़कर और
मैं अब इस दुनिया में
अकेली रह गई ना।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001