सच और झूठ की लड़ाई
सच और झूठ की लड़ाई
युग युगांतर से चली आई
सच को यूं तो होना चाहिए
एक पूजनीय किसी मूर्ति की तरह
हर किसी के दिल में स्थापित लेकिन
वह खंडित है एक खंडहर सा ही
झूठ टिक नहीं सकता
यह तो परम सत्य है लेकिन
वह पैर पसारता है बेधड़क
बिना भय
बिना संकोच
बिना लज्जा के
जब समर्थन पाता है
एक लम्बे समय तक
लगातार,
वर्षों तक
सदियों तक
युगों तक
एक उस जैसी ही झूठी, मुर्ख और
मक्कार लम्बी चौड़ी,
बड़ी,
आकार, मात्रा आदि में सामान्य से अधिक भीड़ का।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001