सच्चे देशभक्त आजादी के मतवाले
मरते तो सभी हैं लेकिन पर
शहीद वहीं होते हैं।
बड़े सौभाग्यशाली होते हैं वो लोग
जिनका लहू देश की मिटृटी में मिलता है।
राजगुरू सुखदेव भगतसिंह
को आज मिलीं थीं फांसी
कैसे भूलेगा इस दिन को
हर एक भारतवासी
अपने प्राणों को हंसकर
बलिदान किया इन तीनों ने
देश की रक्षा के खातिर
झूले फांसी के झूले पर
स्वतंत्रता की बेदी में
जब अपनी आहुति डाली थी
भारत में फिर फैल गयी
मानो आजादी की चिंगारी थी
इंकलाब के नारों से
भारत का कण कण गूंजा था
देख वीरता इन वीरों की
अग्रेंजों का शासन डोला था
सच्चे देशभक्त थे वो
आजादी के मतवाले
बांध कफ़न निकले थे सर पर
हार नहीं थी माने
कैसे भूलेगा इस दिन को
हर एक भारतवासी
रुबी चेतन शुक्ला
अलीगंज
लखनऊ