Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2024 · 1 min read

सच्ची प्रीत

सच्ची प्रीत

प्रीत की रीत पुरानी
हार पर जीत सयानी
मिलन-वियोग की कहानी
दुनिया ने है बखानी।

मिलन का जो होता आनन्द
वियोग बिना न पहचानी।
रास में अनुभूत परमानन्द,
संजोए कृष्ण विरह में राधारानी ।

हृदय हारकर सर्वस्व समर्पण,
यही सच्ची प्रीत की निशानी।
प्रियतम जब बन जाता दर्पण,
उसमें समाती मीरा दिवानी ।
– डॉ० उपासना पाण्डेय

Language: Hindi
1 Like · 25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बच्चे आज कल depression तनाव anxiety के शिकार मेहनत competiti
बच्चे आज कल depression तनाव anxiety के शिकार मेहनत competiti
पूर्वार्थ
🚩वैराग्य
🚩वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वाह ! मेरा देश किधर जा रहा है ।
वाह ! मेरा देश किधर जा रहा है ।
कृष्ण मलिक अम्बाला
*पेट-भराऊ भोज, समोसा आलूवाला (कुंडलिया)*
*पेट-भराऊ भोज, समोसा आलूवाला (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हाँ मैन मुर्ख हु
हाँ मैन मुर्ख हु
भरत कुमार सोलंकी
नज़्म/कविता - जब अहसासों में तू बसी है
नज़्म/कविता - जब अहसासों में तू बसी है
अनिल कुमार
उत्तर प्रदेश प्रतिनिधि
उत्तर प्रदेश प्रतिनिधि
Harminder Kaur
हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ
हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ
Indu Singh
"मत पूछो"
Dr. Kishan tandon kranti
हाइकु : रोहित वेमुला की ’बलिदान’ आत्महत्या पर / मुसाफ़िर बैठा
हाइकु : रोहित वेमुला की ’बलिदान’ आत्महत्या पर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
पागल
पागल
Sushil chauhan
दिल से निकले हाय
दिल से निकले हाय
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
आपकी खुशी
आपकी खुशी
Dr fauzia Naseem shad
Compromisation is a good umbrella but it is a poor roof.
Compromisation is a good umbrella but it is a poor roof.
GOVIND UIKEY
गुड़िया
गुड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पहला खत
पहला खत
Mamta Rani
प्रेम पीड़ा
प्रेम पीड़ा
Shivkumar barman
मनमीत मेरे तुम हो
मनमीत मेरे तुम हो
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
कबीरा यह मूर्दों का गांव
कबीरा यह मूर्दों का गांव
Shekhar Chandra Mitra
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
कृष्णकांत गुर्जर
.
.
Ms.Ankit Halke jha
हिंदी दोहे-प्राण
हिंदी दोहे-प्राण
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुम गए कहाँ हो 
तुम गए कहाँ हो 
Amrita Shukla
'सवालात' ग़ज़ल
'सवालात' ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
शायद ...
शायद ...
हिमांशु Kulshrestha
पहली मुलाकात ❤️
पहली मुलाकात ❤️
Vivek Sharma Visha
विचार पसंद आए _ पढ़ लिया कीजिए ।
विचार पसंद आए _ पढ़ लिया कीजिए ।
Rajesh vyas
सुविचार
सुविचार
Neeraj Agarwal
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
Rj Anand Prajapati
Loading...