तुझ में जो खो गया है वह मंजर तलाश कर।
तुझ में जो खो गया है वह मंजर तलाश कर।
बाहर जो ना मिले उसे अंदर तलाश कर।
♥️
जो शख्सियत निखार दे उसको वली बना।
खुद से हो,जो बेहतर वह कलंदर तलाश कर।
❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️
शब्दार्थ
वली= मालिक
तुझ में जो खो गया है वह मंजर तलाश कर।
बाहर जो ना मिले उसे अंदर तलाश कर।
♥️
जो शख्सियत निखार दे उसको वली बना।
खुद से हो,जो बेहतर वह कलंदर तलाश कर।
❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️
शब्दार्थ
वली= मालिक