Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2019 · 1 min read

संसद

अपनी संसद का नेताओं,इतना तो तुम ख्याल करो,
अपशब्दों का नहीं बोलने, में तुम इस्तेमाल करो ।

भारत का गौरव है संसद, इतना तो सम्मान करो ,
आपस में ही लड़कर इसको,मत जंगी मैदान करो ।

अपनी संसद मन्दिर मस्ज़िद ,चर्च और गुरुद्वारा है,
सबद अजान आरती प्रेयर,भारत प्रेम हमारा है।

अपने अधिकारों को भूलों, कर्तव्यों का भान करो।
तुम जिस कुर्सी पर बैठे, हो,उसका कुछ तो मान करो।

देश ही धर्म हम सबका है, दल बनकर क्यों लड़ते हो।
सीमाएं खुद तोड़ तोड़कर ,नियम भंग तुम करते हो।

नेताओं तुम भी सैनिक हो,नहीं तुम्हारी पर हद है।
कर्मस्थली मगर तुम्हारी, अपनी ये ही संसद है।

10-07-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

Language: Hindi
1 Like · 542 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
करने लगा मैं ऐसी बचत
करने लगा मैं ऐसी बचत
gurudeenverma198
ये उदास शाम
ये उदास शाम
shabina. Naaz
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
परम तत्व का हूँ  अनुरागी
परम तत्व का हूँ अनुरागी
AJAY AMITABH SUMAN
जहां से चले थे वहीं आ गए !
जहां से चले थे वहीं आ गए !
Kuldeep mishra (KD)
द्वारिका गमन
द्वारिका गमन
Rekha Drolia
शब्द अभिव्यंजना
शब्द अभिव्यंजना
Neelam Sharma
गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग्य)
गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग्य)
दुष्यन्त 'बाबा'
अधीर मन
अधीर मन
manisha
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
💐प्रेम कौतुक-414💐
💐प्रेम कौतुक-414💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
🙅क्षणिका🙅
🙅क्षणिका🙅
*Author प्रणय प्रभात*
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ाकर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ाकर चले गए...
Sunil Suman
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं ।
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
ज़िंदगी तेरे सवालों के
ज़िंदगी तेरे सवालों के
Dr fauzia Naseem shad
ख़त्म होने जैसा
ख़त्म होने जैसा
Sangeeta Beniwal
किसको-किसको क़ैद करोगे?
किसको-किसको क़ैद करोगे?
Shekhar Chandra Mitra
भाग्य का लिखा
भाग्य का लिखा
Nanki Patre
अस्तित्व की पहचान
अस्तित्व की पहचान
Kanchan Khanna
मन के भाव हमारे यदि ये...
मन के भाव हमारे यदि ये...
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
स्वागत है  इस नूतन का  यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जीवन भी एक विदाई है,
जीवन भी एक विदाई है,
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कार्यक्रम का लेट होना ( हास्य-व्यंग्य)
कार्यक्रम का लेट होना ( हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
रूप जिसका आयतन है, नेत्र जिसका लोक है
रूप जिसका आयतन है, नेत्र जिसका लोक है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
संस्कृति के रक्षक
संस्कृति के रक्षक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पेंशन प्रकरणों में देरी, लापरवाही, संवेदनशीलता नहीं रखने बाल
पेंशन प्रकरणों में देरी, लापरवाही, संवेदनशीलता नहीं रखने बाल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...