Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2020 · 1 min read

संवेदन हीन घिनौना चेहरा

एक पिता ने जिस बेटे को बड़े, प्यार से बड़ा किया
जब कैराना से मरे पिता, पुत्र ने शव लेने से मना किया
अस्पताल प्रबंधन ने जब, परिजन को फोन लगाया
कोई नहीं तैयार हुआ, मौत ने इतना उन्हें डराया
पत्नी बोली पति हमारे, चले गए सो चले गए
एक ही है मेरा बेटा, अब यह न हाथ लगाएगा
इसको कुछ हो जाएगा तो, मेरा जीवन लूट जाएगा
उस कैरोना पीड़ित शव को, कोई न लेने आया
एक संवेदनहीन समाज का, घिनौना चेहरा सामने आया
एक सुरक्षित सूट पहनकर, अग्नि दान दे देना
टस से मस न हुआ वो बेटा, सबने था समझाया
तब एक प्रशासनिक अधिकारी, अंतिम क्रिया को सामने आया
नगर निगम के दो कर्मी, वह साथ में लेकर आया
दिया उन्होंने अग्नि दान, तब अंतिम संस्कार हो पाया
पर एक घिनौना चेहरा समाज का, सबके सामने आया
सोचो इस महामारी ने, डर कितना फैलाया

Language: Hindi
8 Likes · 5 Comments · 187 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
देर तक मैंने
देर तक मैंने
Dr fauzia Naseem shad
तू सहारा बन
तू सहारा बन
Bodhisatva kastooriya
#आज_का_दोहा
#आज_का_दोहा
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ग़लत समय पर
ग़लत समय पर
*Author प्रणय प्रभात*
"इस पृथ्वी पर"
Dr. Kishan tandon kranti
निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर,
निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर,
डी. के. निवातिया
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
रावण की हार .....
रावण की हार .....
Harminder Kaur
ज़िंदगी का दस्तूर
ज़िंदगी का दस्तूर
Shyam Sundar Subramanian
किसी को अपने संघर्ष की दास्तान नहीं
किसी को अपने संघर्ष की दास्तान नहीं
Jay Dewangan
कृष्ण जन्म
कृष्ण जन्म
लक्ष्मी सिंह
एक उदासी
एक उदासी
Shweta Soni
भय, भाग्य और भरोसा (राहुल सांकृत्यायन के संग) / MUSAFIR BAITHA
भय, भाग्य और भरोसा (राहुल सांकृत्यायन के संग) / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मिष्ठी का प्यारा आम
मिष्ठी का प्यारा आम
Manu Vashistha
2519.पूर्णिका
2519.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*सरल सुकोमल अन्तर्मन ही, संतों की पहचान है (गीत)*
*सरल सुकोमल अन्तर्मन ही, संतों की पहचान है (गीत)*
Ravi Prakash
गुम लफ्ज़
गुम लफ्ज़
Akib Javed
‘पितृ देवो भव’ कि स्मृति में दो शब्द.............
‘पितृ देवो भव’ कि स्मृति में दो शब्द.............
Awadhesh Kumar Singh
ससुराल का परिचय
ससुराल का परिचय
Seema gupta,Alwar
दो शे' र
दो शे' र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
जिंदगी
जिंदगी
Madhavi Srivastava
बेरुखी इख्तियार करते हो
बेरुखी इख्तियार करते हो
shabina. Naaz
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
Rj Anand Prajapati
शबे दर्द जाती नही।
शबे दर्द जाती नही।
Taj Mohammad
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
कवि दीपक बवेजा
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ruby kumari
मूर्ख बनाने की ओर ।
मूर्ख बनाने की ओर ।
Buddha Prakash
"इन्तेहा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...