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1 Dec 2023 · 1 min read

संकट..

जो बचना जानता है वो ,
भले बच जाए झमेले से !
संकट भी टला करता है ?
कहीं..पलकें मूंद लेने से !

©सुस्मिता सिंह ‘काव्यमय’

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