श्रृंखला यहीं तोड़ दो
पहले वो कुछ कहेगा
फिर तुम कुछ कहोगे
फिर वो कुछ कहेगा
फिर तुम कुछ कहोगे
वाद से विवाद निकलेगा
और बढ़ता ही जाएगा
इस वाद-विवाद का
कोई अंत भी है क्या?
श्रृंखला यहीं तोड़ दो!
पहले तुम कुछ करोगे
फिर वो कुछ करेगा
फिर तुम कुछ करोगे
फिर वो कुछ करेगा
क्रिया से प्रतिक्रिया निकलेगी
और बढ़ती ही जाएगी
इस क्रिया-प्रतिक्रिया का
कोई अंत भी है क्या
श्रृंखला यहीं तोड़ दो!
Shekhar Chandra Mitra