श्रंगार
सर्दी में इश्क में और भी निखार आ जाता है।
दिलों में तपिश का एक ज्वार सा छा जाता है।
आगोश में सिमट जाने की बढ़ जाती है चाहत।
लंबी सर्द रातों में इश्क का बुखार सा छा जाता है।
विपिन
सर्दी में इश्क में और भी निखार आ जाता है।
दिलों में तपिश का एक ज्वार सा छा जाता है।
आगोश में सिमट जाने की बढ़ जाती है चाहत।
लंबी सर्द रातों में इश्क का बुखार सा छा जाता है।
विपिन