श्यामपट
इतिहास मेरा बहुत पुराना
श्यामपट मेरा नाम,
हिन्दी अंग्रेजी गणित विज्ञान
मैं बाँटता ज्ञान तमाम।
बदले सब गिरगिट सा रंग
पर मैं सदा श्याम सुहाने,
सारे जग को पाठ पढ़ाता
मुझको कौन ना जाने।
निज स्वार्थ मेरा कुछ भी नहीं
बस देश निरन्तर बढ़ता जाए,
बने सभ्य सुन्दर सुशिक्षित जब
भारत विकसित राष्ट्र कहलाए।
मेरी प्रकाशित कृति :
पंखों वाला घोड़ा (बाल कविता-संग्रह) से
चन्द पंक्तियाँ।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति