शेर अच्छा दिवान में है
जो है ज़िन्दा मकान में है
मर गया तो मसान में है
ज़िक्र मेरा है हर जगह पर
शेर अच्छा दिवान में है
इश्क़ की चोट से उभरे बेशक़
घाव दिल के निशान में है
जो है ज़िन्दा मकान में है
मर गया तो मसान में है
ज़िक्र मेरा है हर जगह पर
शेर अच्छा दिवान में है
इश्क़ की चोट से उभरे बेशक़
घाव दिल के निशान में है