शुभाशीष
जीवन में मिलती रहे, खुशियों की सौगात।
पिता प्रफुल्लित हो सदा, रहे मातु हर्षात।
रहे मातु हर्षात मिले सुख सदा निराला।
जीवन पथ पर सजा रहे खुशियों का प्याला।
दुर्वा जैसी रहे अपुर्वा पूरन मन में।
कह ‘अचूक’ बरसात सुखों की हो जीवन में।।
जीवन में मिलती रहे, खुशियों की सौगात।
पिता प्रफुल्लित हो सदा, रहे मातु हर्षात।
रहे मातु हर्षात मिले सुख सदा निराला।
जीवन पथ पर सजा रहे खुशियों का प्याला।
दुर्वा जैसी रहे अपुर्वा पूरन मन में।
कह ‘अचूक’ बरसात सुखों की हो जीवन में।।