शीर्षक-“समय की कीमत मूल्यवान “(कुछ सुंक्तियाँ)(10)
1.समय की कीमत समझ ली हो जिसने,
तो यकीन मानिए,वह उज्जवल भविष्य
की ओर हो अग्रसर अवश्य होगा कामयाब
2. समय की कीमत किसी अखबार से पूछिए,
जो प्रातः चाय की चुस्की के साथ ताज़ी खबर लिए
रहता हरदम हाज़िर,
वही अखबार रात को रद्दी पेपरों की लाईन में
हो जाता हाज़िर
3. ज़िंदगी में जो भी हासिल करना हो..
उसे वक्त रहते हासिल कर लो,
इसीलिए वक्त की ही रही है हमेशा कीमत,
क्योंकि
ज़िंदगी अवसर बहुत ही कम
और
अफसोस के साथ ठोकर ज्यादा देती है
4.ज़िंदगी सिखाती सदैव समय का सदुपयोग
और समय सिखाता ज़िंदगी की कीमत
आरती अयाचित
स्वरचित एवं मौलिक
भोपाल