शीर्षक: फाल्गुन आगमन
शीर्षक: फाल्गुन आगमन
आम बगिया में बौराने लगे
कोयल कुहू कुहू करने लगे
सरसो खेतो में फूलने लगे
गेंहू पर बालियां दिखने लगे
समझो कि फाल्गुन आगमन है।
बगिया में महुआ महकने लगे
निम्बू भी फल देने लगे
पेड़ो पर बेल के फल लगने लगे
बेरी भी बेरो से लधने लगे
समझो कि फाल्गुन आगमन है।
सम्भल पेड़ो को लाल करने लगे
तितलियां थिरकती दिखने लगे
पुरवइया हवा जब चलने लगे
हाथो में गुलाल जब दिखने लगे
समझो कि फाल्गुन आगमन है।
बिरज में होली खिलने लगे
पिचकारी बाजारों में बिकने लगे
गोरी जब मनुहार करने लगे
गुंजियो की खुशबू महकने लगे
समझो कि फाल्गुन आगमन है।
होली के गीत सुनाई देने लगे
भांग खेतो में लगने लगे
अपनत्व का अहसास आने लगे
हर्ष उल्लास दिखने लगे
समझो कि फाल्गुन आगमन है।
पिया कु याद सताने लगी
बृज धाम होली के रंग में दिखने लगे
ढोल की थाप पर नृत्य होने लगे
गोबर में बर्कले बनने लगे
समझो कि फाल्गुन आगमन है।
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद
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