शीर्षक -गुरू
शीर्षक-गुरू
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दुनिया में होते गुरु महान,
कदम -कदम पर राह दिखाएँ।
सत्य मार्ग हमको दिखा कर,
ज्ञान हमको गुरु सिखाएंँ।।
हम सभी के जीवन में सदा,
गुरु का होता ऊंँचा स्थान है।
अपनी भूमिका निभाकर वो,
बनाते हमको नेक इंसान हैं।।
गुरु हमको सही गलत का,
जीवन में अंतर सिखाते हैं।
सदा ही सच्चाई पर चलना,
यह पथ हमको दिखाते हैं।।
गुरु ही ज्ञान की सीढ़ी होते,
जिससे हम बुलंदियांँ छूते हैं।
सूर्य जैसे गुरु होते जीवन में,
जिससे हम ज्योति फैलाते हैं।।
गुरु हमारे जीवन को सदा,
तराशकर एकआकार देते हैं।
गुरु ही अज्ञानता के अंधेरे में,
ज्ञान का दिव्य प्रकाश भरते हैं।।
“गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु,
गुरु देवो महेश्वरा,
गुरु साक्षात् परब्रह्म,
तस्मै श्री गुरुवे नमः।
सुषमा सिंह*उर्मि,,