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10 Sep 2023 · 1 min read

सबका भला कहां करती हैं ये बारिशें

सबका भला कहां करती हैं ये बारिशें
कइयों के छतों को यू ही रुला देती हैं
खाली हाथ लौटने तक बोझल कंधों के
थपकियां भूखी उम्मीदों को सुला देती हैं
दौर ये है की हररोज याद दिलाना पड़ता है
मुस्कुराहटें हररोज हमको भुला देती हैं

—– काव्यश😎

2 Likes · 1 Comment · 166 Views
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