हम सभी क्यों भूल जाते हैं कि हम इंसान सर्वोपरि नहीं है। एक शक्ति है जो सबसे ऊपर कार्य करती है वो है ईश्वर! सर्वशक्तिमान प्रभु ने ही सुअवसर दिया... Read more
हम सभी क्यों भूल जाते हैं कि हम इंसान सर्वोपरि नहीं है। एक शक्ति है जो सबसे ऊपर कार्य करती है वो है ईश्वर! सर्वशक्तिमान प्रभु ने ही सुअवसर दिया है एक नया इतिहास लिखने का !! हम प्रभु का कोटि-कोटि वंदन करते हैं।
जिन्होंने यशस्विनी भव: काव्य संग्रह पुस्तक लिखने का एवं जीवन में आत्मसात करने का स्वर्णिम सुअवसर दिया —-
और हमने अपनी कलम को मेहनत से तराश कर शब्दों में गढ़ा। और समय का उपयोग कर यह काव्य लिखा।
समय के महत्व को जिसने जाना समय ने उनके जीवन को महत्व पूर्ण बना दिया।और आप राष्ट्र एवं समाज के अनुकरणीय एवं आदर्श बन जाते हैं और मैं यह काव्य संग्रह अपने प्रिय पाठकों के हाथों में सौंपती हूं।
यदि यह संग्रह लोगों के मन में प्रेम और मानवता के बीज बो सके तो मैं अपनी लेखनी की तपस्या को सार्थक मानूंगी!!