संस्कृत साहित्य जगत को समर्पित इस पुस्तक में अखिल काव्य कलाधर महाकवि कालिदास के लघुत्रयी में सादृश्य बिम्ब पर शोध कार्य किया है जो वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शोध छात्रों को... Read more
संस्कृत साहित्य जगत को समर्पित इस पुस्तक में अखिल काव्य कलाधर महाकवि कालिदास के लघुत्रयी में सादृश्य बिम्ब पर शोध कार्य किया है जो वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शोध छात्रों को दिशानिर्देश प्रदान करेगी। लघुत्रयी में सादृश्य की व्यापकता पर विशद अध्ययन किया गया है।
सादृश्य के क्षेत्र में काव्याकाश के प्रफुल्लित कलाधर महाकवि ने समस्त विषयों को समाहित कर काव्य जगत को गौरव प्रदान किया है। कालिदास साहित्य में रुचि रखने वाले सुधीजनों को इस पुस्तक से प्रेरणा मिलती रहेगी तथा रघुवंशम् महाकाव्य से जीवन दर्शन एवं कर्त्तव्य पथ पर चलने की प्रेरणा देती है। कुमारसम्भवम् का सजीव चित्रण सादृश्य के माध्यम से किया गया है तथा मेघदूतम् में प्रकृति का सुरम्य सादृश्यमूलक चित्रण किया गया है जिससे अध्ययनरत शोध-छात्रों को सहायता मिलेगी।
सादृश्य से सम्बन्धित सूक्ष्म चित्रण हुआ है जिससे निकट भविष्य में शोध छात्रों को मार्गदर्शन मिलेगा, तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र भी लाभान्वित होंगे।