शीर्षक -एक उम्मीद आशा की
शीर्षक-एक उम्मीद आशा की!
जीवन में संकट कितने ही आएँ,
तुमको उनसे डरना नहीं होगा।
इस अंधकार से जीवन में तुमको,
दीपक बनकर ही जलना होगा!
चलकर सच्चाई के पथ तुमको,
बुराइयों का त्याग करना होगा।
जीवन के निराशा भरे सागर से,
तुमको हिम्मत से पार करना होगा।
करो खुद को बुलंद तुम जीवन में,
चुनौतियांँ तुम्हारे पास न आने पाएँ।
करो जीवन के हर संकटों का मुकाबला
लड़कर विजय पताका हम फहराएँ।।
जीवन पथ में आएंगी कठिनाइयांँ,
पर तुम उम्मीद से आगे बढ़ना।
निराशाओं को दिल से मिटाकर,
एक उम्मीद आशा की बनाए रखना!!
सुषमा सिंह*उर्मि,,