तल्खियां
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
जज्बे से मिली जीत की राह....
लगे चेहरा मुझे तेरा कसम से ईद का चंदा।
ना जाने ज़िंदगी में कई दाॅंव - पेंच होते हैं,
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
रूठी साली तो उनको मनाना पड़ा।
बेटा-बेटी दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ...
है प्रीत बिना जीवन का मोल कहाँ देखो,
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
जिंदगी का एक और अच्छा दिन,
दरिया की तह में ठिकाना चाहती है - संदीप ठाकुर
हौसला न हर हिम्मत से काम ले
"यही अच्छाई है, यही खराबी है ll